प्रधानमंत्री कुसुम योजना-पूरी जानकारी
नमस्कार दोस्तों आप सभी रोजगार सहायता में स्वागत हैं आज हम जानेंगे की प्रधानमंत्री कुसुम योजना क्या हैं ? पीएम कुसुम योजना के लाभ ? पीएम कुसुम योजना के लिए कौन कर सकते हैं आवेदन और आवेदन कैसे करें यह आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण जानकारी हैं इसलिए पूरा जरुर पढ़ें –
Table Of Content-
- प्रधानमंत्री कुसुम योजना क्या हैं ?
- पीएम कुसुम योजना के लाभ ?
- पीएम कुसुम योजना के लिए कौन कर सकते हैं आवेदन ?
- पीएम कुसुम योजना के लिए कैसे करें आवेदन ?
प्रधानमंत्री कुसुम योजना क्या हैं-
किसान ऊर्ज़ा सुरक्षा उत्थान महाभियान या कुसुम योजना का शुभारम्भ पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली जी ने वित्त वर्ष 2018-2019 के बजट के दौरान किया था। इस योजना का उद्देश्य भारत में सौर ऊर्जा के उत्पादन को आगे बढ़ाना है और किसानों को सौर खेती के लाभ प्रदान करना है।
केंद्रीय बजट 2018-19 के दौरान अगले दस वर्षों के लिए इस कार्यक्रम के लिए 48 हजार करोड़ की राशि निर्धारित की है। मार्च 2021 में केंद्र सरकार ने इस योजना में विभिन्न संशोधन किये जिसमें पीएम-कुसुम योजना के एक मौजूदा घटक – किसान आय समर्थन और डी-डीज़लिंग योजना की शुरुआत की जिससे डीजल एवं बिजली पंपों को सौर पम्पों में बदला जायेगा।
पीएम कुसुम योजना के लाभ-
पीएम कुसुम योजना के तहत 10 लाख ग्रिड से जुड़े कृषि पंपों के सोलराइज़ेशन के लिए है और अलग-अलग किसानों को ग्रिड पंप के लिए सोलराइज़ पंपों के लिए फण्ड दिया जाएगा। इसके अलावा योजना के तहत 20 लाख किसानों को सोलर पंप लगाने में मदद की जाएगी। 15 लाख किसानों को ग्रिड से जुड़े सोलर पंप लगाने के लिए धन मुहैया कराया जाएगा। किसान अपनी जरुरत की बिजली का इस्तेमाल करने के बाद बची हुई बिजली को विभिन्न बिजली वितरण कंपनियों (DISCOM) को बेंच सकेंगे। सब्सिडी एवं अन्य राशि किसान/मालिक के बैंक खाते में सीधे प्रदान की जाएगी।
पीएम कुसुम योजना के लिए कैसे करें आवेदन-
आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों को सर्वप्रथम ऑफिसियल वेबसाइट http://www.mnre.gov.in पर जाना होगा जिससे वेबसाइट का होम पेज ओपन हो जायेगा। आवेदनकर्ता को इस फॉर्म में अपनी सही जानकारी भरनी होगी, जैसे कि अपने निजी जानकारी:– मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी भरकर सबमिट बटन पर क्लिक करना होगा।
पीएम कुसुम योजना के लिए कौन कर सकते हैं आवेदन –
- जल उपभोक्ता एसोसिएशन
- कृषक
- किसान उत्पादक संगठन
- कृषको का समूह
- सहकारी समितियां पंचायत