अजीबो गरीब टैक्स (Weird Tax)
टैक्स- किसी राज्य द्वारा व्यक्तियों या विविध संस्था से जो अधिभार या धन लिया जाता है उसे कर या टैक्स कहते हैं। राष्ट्र के अधीन आने वाली विविध संस्थाएँ भी तरह-तरह के कर लगातीं हैं।
कर प्राय: धन (money) के रूप में लगाया जाता है. इसी तरह समय समय पर कई देशो ने अलग-अलग कारणों से टैक्स लगाये थे जो थोड़े अजीबो गरीब टैक्स होते थे. तो चलिए जानते हैं उन अजीबो गरीब टैक्स के बारे में की क्यों इतने अजीबो गरीब टैक्स लगाये जाते थे और इन अजीबो गरीब टैक्स को लगाने के पीछे का उद्देश्य क्या होता था.
वह अजीबो गरीब टैक्स कुछ इस तरह थी-
01. फैट टैक्स (Fat Tax):-
फैट टैक्स – अजीबो गरीब टैक्स में सबसे पहले हैं फैट टैक्स. मेक्सिको और हंगरी अकेले ऐसे स्थान नहीं हैं, जिन्होंने जंक फूड पर टैक्स लगाकर मोटापे पर अंकुश लगाने की कोशिश की है। भारत के केरल राज्य में भी ब्रांडेड रेस्तरां में बेचे जाने वाले पिज्जा, बर्गर, सैंडविच और टैको पर ‘फैट टैक्स’ लगाया जाता है। यहां 14.5% टैक्स का उद्देश्य लोगों को फास्ट फूड से दूर करना और स्वस्थ बनाना है।(जाने – पैसे बचाने के जबरदस्त तरीको को)
02. बेचलर टैक्स (Bachelor Tax):-
बेचलर टैक्स – अविवाहित रहना आपका खुद का फैसला हो सकता है, लेकिन अमेरिका के मिसौरी राज्य में बेचलर रहने पर टैक्स देना पड़ता हैइसे पहली बार 1820 में लगाया गया थायह टैक्स अविवाहित पुरुषों पर लगता है। 21 साल से 50 साल तक हर साल एक डॉलर टैक्स देना पड़ता है। दिलचस्प बात यह है कि कभी जर्मनी, दक्षिण अफ्रीका और इटली सहित कई अन्य देशों में भी बैचलर टैक्स लगाया जाता था। अब ज्यादातर ने इस पर रोक लगा दी है।
03. विंडो टैक्स (Window Tax):-
विंडो टैक्स – 18वीं और 19वीं शताब्दी के दौरान इंग्लैंड, फ्रांस, आयरलैंड और स्कॉटलैंड में बहुत सारी खिड़कियों वाली हवेली में रहने वाले अमीरों पर विंडो टैक्स की शुरुआत की गई। खिड़कियों की संख्या जितनी अधिक होती, टैक्स उतना ही अधिक होता था। बाद में इन देशों ने इस तरह के टैक्स के खिलाफ आंदोलन के चलते इसे निरस्त कर दिया था। यह टैक्स सुनने में थोडा अजीबो गरीब टैक्स तो हैं पर सच हैं.
04. टॉयलेट फ्लश टैक्स (toilet flush tax):-
टॉयलेट फ्लश टैक्स – टॉयलेट फ्लश टैक्स यह सुनने में काफी अजीब लगता हैं पर मैरीलैंड में पानी की खपत को कंट्रोल में रखने के लिए टॉयलेट फ्लश टैक्स लगाया जाता है। हर महीने के लिए स्वीकृत सीमा से ज्यादा शौचालय फ्लशिंग पर 5 डॉलर प्रति महीने के हिसाब यह टॅक्स लगाता है। इससे जमा हुई राशि को मैरीलैंड की सीवेज उपचार प्रणाली के विकास के लिए यूज किया जाता है। (देखें – जॉब ढूंढने के बेहतरीन तरीको को )
05. हैट टैक्स (hat tax):-
हैट टैक्स – पुरुषों की टोपी पर ब्रिटिश सरकार 1784 से 1811 के दौरान हैट टैक्स लगाती थी। एक आदमी के पास बड़ी संख्या में महंगी टोपियां होने पर उसे अमीर आदमी माना जाता था। इसी को आधार बनाकर ज्यादा टोपी वालों पर हैट टैक्स लगाया जाता था। हैट टैक्स एक फेमश टैक्स माना जाता था ।
06. धूम्रपान के समर्थन में सिगरेट टैक्स (Cigarette Tax In Support Of Smoking):-
धूम्रपान के समर्थन में सिगरेट टैक्स – 2009 में चीन के हुबेई प्रांत में लोगों को अधिक सिगरेट खरीदने के लिए यह टैक्स लगाया गया था। तब सरकारी अधिकारियों को धूम्रपान करने के लिए प्रेरित किया गया था। यह वित्तीय संकट के दौरान अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहित करने और राजस्व हासिल करने के प्रयास में किया गया था। अब इस टैक्स को चरणबद्ध तरीके से समाप्त कर दिया
08. ब्रेस्ट कवर टैक्स (Breast Cover Tax):-
ब्रेस्ट कवर टैक्स – 19वीं शताब्दी में केरल के त्रावणकोर क्षेत्र में के उत्पीडित जातियों की महिलाओं को स्तन ढकने की मनाही थी। इस नियम को न मानने पर उन्हें ब्रेस्ट ढकने पर टैक्स देना पड़ता था। इसके विरोध में एक महिला नरवली ने अपना एक स्तन काट कर राजा के सामने रख दिया था, जिसके बाद महिला का निधन हो गया। अंततः इस अनुचित प्रथा को बंद कर दिया गया।
09. यूरिन टैक्स (urine tax):-
यूरिन टैक्स – प्राचीन रोम में, यूरिन एक महंगी वस्तु थी। इसका उपयोग कपड़े धोने, दांत साफ करने आदि के लिए किया जाता था, क्योंकि इसमें अमोनिया होता थारोम के सार्वजनिक मूत्रालयों से मूत्र के वितरण पर टैक्स लगाया गया था।
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